Wednesday, November 20, 2024
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IAS ऑफिसर कैसे बनें? | आईएएस ऑफिसर को क्या काम करना होता है?

आईएएस ऑफिसर पुलिस विभाग के एक अधिकारी होता है वैसे तो पुलिस विभाग बहुत सारे अलग अलग हो पद होते हैं लेकिन आप में से से बहुत सारे स्टूडेंट्स का सपना होता है कि एक आईएएस ऑफिसर बनें लेकिन आईएएस ऑफिसर बनना भी आसान नहीं होता इसके लिए कड़ी मेहनत करनी होती है इसके लिए जरूरी है सही मार्गदर्शन और पूरी जानकारी इसीलिए आज इस आर्टिकल में हम आपको आईएएस ऑफिसर बनने से रिलेटेड पूरी जैसे की ट्वेल्थ के बाद आईएएस ऑफिसर बनने के लिए क्या करें आईएएस ऑफिसर का काम क्या होता है इसके लिए योग्यता क्या होनी चाहिए भर्ती प्रक्रिया क्या होती है इतना वैकेंसी कैसे पता करेंगे और आईएएस ऑफिसर को कितनी सैलरी दी जाती है आदि, तो अगर आप इसके बारे में पूरी इन्फॉर्मेशन लेना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़िए.

12th ke baad IAS Officer after kaise bane
12th ke baad IAS Officer after kaise bane

आईएएस ऑफिसर को क्या काम करना होता है?

आईएएस ऑफिसर को अलग अलग पदों पर अलग अलग कार्य करने होते हैं इन्हें जिस भी जिले का कार्यभार सौंपा जाता है वहाँ पर कानून व्यवस्था बनाए रखना, उसके लिए जरूरी कदम उठाना, इसके साथ ही ये जिले में किसी भी विभाग में जाकर वहाँ की गाड़ी ये चेक कर सकते हैं और कुछ गड़बड़ी पाए जाने पर ऐक्शन भी ले सकते है.

आईएएस ऑफिसर बनने के लिए क्या करना होता है?

IAS पूरा नाम Indian Administrative Service होता है जिसे हिंदी में ही भारतीय प्रशासनिक सेवा कहते हैं इसके लिए कैंडिडेट को यूपीएससी का सिविल सर्विस एग्जाम देना होता है दरअसल यूपीएससी के अंतर्गत तीन सर्विसेज जाती है ऑल इंडिया सिविल सर्विस, ग्रुप A सिविल सर्विस, और ग्रुप B सिविल सर्विस तो आईएएस का ऑल इंडिया सिविल सर्विस के अंतर्गत आता है जिसके लिए कैंडिडेट का किसी भी विषय से ग्रेजुएशन पास होना ज़रूरी होता है तो जिस कैंडिडेट ने अपने 12th तक कंप्लीट कर ली है तो अब आईएएस ऑफिसर बनने के लिए कैंडिडेट को किसी भी विषय से ग्रेजुएशन कम्पलीट करना होगा इसके साथ ही यूपीएससी एग्जाम के लिए कैंडिडेट की आयु सीमा जनरल कैटगरी वालों के लिए 21 से 32 साल के बीच में होनी चाहिए जिसमें एक ओबीसी वालो को 3 साल की छूट दी जाती है जिसके अनुसार ओबीसी वालों की आयु सीमा 21 से 35 साल के बीच में होनी चाहिए और एससी एसटी वालों को 5 साल की छूट दी जाती है जिसके अनुसार एससी एसटी वालों की आयु सीमा 21 से 37 साल के बीच में ही होनी चाहिए और इस एग्जाम को जनरल कैटगरी वाले अपनी आयु सीमा 21 से 32 साल तक सिर्फ 6 बार दे सकते हैं ओबीसी वाले की 21 से 35 साल तक केवल 9 बार दे सकते हैं जबकि एससी एसटी वालों के लिए कोई लिमिट नहीं वे 21 से 37 साल के बीच में जितनी बार चाहें यह एग्जाम दे सकते हैं.

इसे भी पढ़े: एग्रीकल्चर एक्सटेंशन ऑफिसर कैसे बनें?

इस एग्जाम में सबसे पहले प्रारंभिक परीक्षा होती है फिर मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू लिया जाता है जिसके बाद मेडिकल होता है.

प्रारंभिक परीक्षा

इसमें दो पेपर कराए जाने है पहला पेपर जनरल स्टडीज़ का होता है जिसमें 200 नंबर के 100 प्रश्न आते हैं सभी ऑब्जेक्टिव टाइप प्रश्न होते हैं और यह 2 घंटे का पेपर होता है दूसरा पेपर सिविल सर्विस ऐप्टिट्यूड टेस्ट का होता है ये क्वालीफाइंग पेपर है इसके नंबर मेरिट लिस्ट में नहीं जुड़ते है इसमें 200 नंबर के 80 प्रश्न आते हैं इसमें भी सभी बहुविकल्पीय प्रश्न होते हैं और ये 2 घंटे का पेपर होता है और CSAT के पेपर में 33% नंबर लाना जरूरी होते हैं यानि दोनों में से 66 नंबर लाने जरूरी होते हैं.

जनरल स्टडीज़

इसमें राजनीति, भूगोल, आधुनिक इतिहास, मध्यकालीन इतिहास कला और संस्कृति, आजादी के बाद का इतिहास, विज्ञान पर्यावरण और पारिस्थितिकी, समायिकी, अर्थशास्त्र, सरकारी नीतियां और पहलू, संस्थान, अंतर्राष्ट्रीय संबंध, आदि से सम्बंधित प्रश्न आते हैं.

सिविल सर्विस ऐप्टिट्यूड टेस्ट

इसमें अंग्रेजी, गणित (अंकगणित, बीजगणित, रेखागणित और सांख्यिकी), हिंदी, डिसीज़न मेकिंग ऐंड प्रॉब्लम सॉल्विंग, सामान्य बौद्धिक योग्यता, लॉजिकल एंड एनालिटिकल एबिलिटी, कॉंप्रेहेन्सिव आदि से रिलेटेड प्रश्न आते हैं.

मुख्य परीक्षा

प्रारंभिक परीक्षा के बाद मुख्य परीक्षा होती है जिसमें 9 पेपर होते है और हर एक पेपर का समय 3 घंटे का होता है इसमें लैंग्वेज के दो पेपर कराये जाते है essay, जनरल स्टडीज़1, जनरल स्टडीज़2, जनरल स्टडीज़3, जनरल स्टडीज़4, और दो ऑप्शनल पेपर 1 और पेपर 2 होते हैं.

लैंग्वेज

लैंग्वेज के दो पेपर में अंग्रेजी का पेपर देना कम्पलसरी होता है और दूसरा कोई भी लैंग्वेज आप ले सकते हैं और इसके दोनों पेपर 300-300 नंबर के पेपर होते हैं और दोनों के पेपर का समय 3-3 घंटे होता है.

Essay राइटिंग

ये पेपर 300 नंबर का होता है जिसमे 3 घंटे का समय मिलता है जिसमें कृषि उद्योग एवं व्यापार, साहित्य और संस्कृति, सामाजिक क्षेत्र, राजनीतिक क्षेत्र, प्राकृतिक आपदाएं, राष्ट्रीय विकास योजनाएं और परियोजनाएं, विज्ञान पर्यावरण और प्रौद्योगिकी, आर्थिक क्षेत्र, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय घटनाक्रम, आदि से संबंधित किसी भी टॉपिक पर Essay लिखना पड़ता है.

जनरल स्टडीज़1, जनरल स्टडीज़2 और जनरल स्टडीज़3

ये तीनों पेपर भी 250-250 नंबर के होते हैं और इसमें भी 3-3 घंटे का समय दिया जाता है इसमें भारतीय इतिहास (प्राचीन मध्यकालीन और आधुनिक), भारतीय कृषि, व्यापार और वाणिज्य, भारतीय राजनीति, भारतीय अर्थव्यवस्था, भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन और भारतीय संस्कृति, विश्व भूगोल, भारतीय भूगोल और प्राकृतिक संसाधन, सामाजिक रीती रिवाज, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर घटित वर्तमान घटनाएँ, सामान्य विज्ञान, जीवन शैली आदि से संबंधित प्रश्न आते हैं.

जनरल स्टडीज़ 4

इसमें एथिक से संबंधित प्रश्न आते हैं और ये पेपर भी 250 नंबर का होता है.

2 ऑप्शनल: पेपर 1 और पेपर 2

ये दोनों पेपर भी 250-250 नंबर के होते हैं और इसमें भी 3-3 घंटे का समय मिलता है इसमें टोटल 29 सब्जेक्ट होते हैं जिसमें कैंडिडेट को कोई एक सब्जेक्ट लेना होता है और उसी में से प्रश्न पूछे जाते हैं.

इंटरव्यू

फिर मुख्य परीक्षा के बाद इंटरव्यू लिया जाता है जो कि 275 नंबर का होता है जिसे क्लियर करने के बाद कैंडिडेट को मेडिकल के लिए भेजा जाता है.

जिसमें कुछ चुनिंदा हॉस्पिटल में कैंडिडेट को कुछ टेस्ट करवाने होते हैं जिसमें ब्लड टेस्ट, यूरिन टेस्ट, चेस्ट एक्स रे, आई टेस्ट, कलर ब्लाइंडनेस टेस्ट आदि टेस्ट होते हैं जिसके बाद कैंडिडेट को लबासना मसूरी में ट्रेनिंग के लिए भेज दिया जाता है जहाँ पर उन्हें 2 साल की ट्रेनिंग करनी होती है जिसके बाद कैंडिडेट को अलग अलग डिपार्टमेंट में 2 साल की ट्रेनिंग दी जाती है इस प्रकार 4 साल के बाद कैंडिडेट को किसी जिले में एसडीएम या एसडीओ के पद पर नियुक्त कर दिया जाता है इसके 4 साल के बाद इन्हें ADM का पद दिया जाता है उसके लगभग 9 साल के बाद फिर कैंडिडेट का प्रमोशन डीएम के पद के रूप में होता है और फिर सर्विस के लगभग 18 साल के बाद कैंडिडेट को किसी मंत्रालय में जॉइंट सेक्रटरी बनाया जा सकता है जिसके 4 साल के बाद एडिशनल सेक्रेटरी और फिर उसके 4 साल के बाद सेक्रटरी बनाया जा सकता है.

IAS ऑफिसर को कितनी सैलरी प्रतिमाह दी जाती है?

आईएएस ऑफिसर को अलग अलग पदों पर अलग अलग वेतन भी मिलता है जैसे- एसडीएम को 50,000 से 1 लाख रूपये के लगभग वेतन मिलता है ADM को 70,000 से 1 लाख 20 हजार रूपये के लगभग वेतन मिलता है और इसी तरह DM को 80,000 से 1 लाख 50 हजार रूपये के लगभग वेतन मिलता है जॉइंट सेक्रटरी को 1 लाख 50 हजार रूपये से 2 लाख रूपये के लगभग वेतन मिलता है और यही एडिशनल सेक्रेटरी को 1 लाख 80 हजार रूपये से 2 लाख 20 हजार रूपये के लगभग वेतन मिलता है इसके साथ ही आईएएस ऑफिसर को बहुत सी सुख सुविधाएं भी मिलती है जैसे रहने के लिए सरकारी आवास मिलता है जहाँ पर बिजली, पानी सब कुछ फ्री होता है कुक, माली, सिक्योरिटी गार्ड, सरकारी गाड़ी, ड्राइवर आदि बहुत सी सुविधाएं मिलती है.

आईएएस ऑफिसर की नौकरी के लिए कैसे पता करेंगे?

इसके लिए आपको वेबसाइट https://upsconline.nic.in/ पर जाना होगा जहाँ पर आपको सभी लेटेस्ट वेकैंसीज़ और रिज़ल्ट आदि की सभी जानकारी मिल जाएगी जिन पर क्लिक करके आप उनके बारे में पढ़ सकते हैं और अप्लाई भी कर सकते हैं.

आज आपने क्या सीखा?

तो आज इस आर्टिकल में हमने आपको आईएएस ऑफिसर बनने से रिलेटेड पूरी जानकारी दी है अगर आपको इससे रिलेटेड कोई और जानकारी चाहिए तो आप हमें कमेंट कर सकते हैं.

इसे भी पढ़े: होम गार्ड कैसे बनें?

Shailendra Kumarhttps://www.pediabhaskar.com/
Shailendra Maurya, has 5 years of experience in writing Finance Content, Entertainment news, Cricket and more. He has done BA in English. He loves to Play Sports and read books in free time. In case of any complain or feedback, please contact me @ [email protected]
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