Agniveer ki Training Kaise Hoti Hai: पहले आर्मी में 9 महीने की ट्रेनिंग दी जाती थी लेकिन अब अग्निवीरों की ट्रेनिंग सिर्फ 6 महीने की होती है और इस 6 महीने ट्रेनिंग में सरकार ने कहा है कि जवानो के साथ में किसी भी तरह की कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी उन्हें प्रॉपर ट्रेनिंग दी जाएगी और जवानों को अच्छे से तैयार किया जायेगा लेकिन बहुत सारे कैंडिडेट्स को नहीं पता होता है कि अग्निवीरों की ट्रेनिंग कैसे होगी और इसमें आपको क्या क्या सिखाया जाएगा तो आइए आज इस आर्टिकल में हम आपको इसके बारे में पूरी जानकारी देंगे।
अग्निवीरों की ट्रेनिंग कैसे होती है?
अग्निवीरों की ट्रेनिंग लगभग 24 हफ्ते की होती है और ये 24 हफ्तों के ट्रेनिंग पीरियड को दो चरणों में बांटा गया है जिसमें पहला है बेसिक ट्रेनिंग और दूसरा टेक्निकल ट्रेनिंग तो इसमें पहले भी 20 हफ्तों की बेसिक ट्रेनिंग होगी और बाकी 4 हफ्तों में प्रैक्टिकल ट्रेनिंग दी जाएगी
बेसिक ट्रेनिंग में मुख्यतः चार तरह की ट्रेनिंग कैंडिडेट दी जाएगी फिजिकल ट्रेनिंग, ड्रिल ट्रेनिंग, वेपन ट्रेनिंग और नेविगेशन ट्रेनिंग।
फिजिकल ट्रेनिंग
इसमें जवानों को रनिंग एक्सरसाइज पुशअप, पुलअप, फ्रंट रोल, बैंक रोल, होरिजेल्टल रोल आदि इस तरह की ऐक्टिविटी करवाई जाएगी इसका मकसद जवानों को शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनाना होगा जैसे कि वे किसी भी परिस्थिति का सामना कर सके फिजिकल ट्रेनिंग सुबह एक से डेढ़ घंटे तक कराई जाएगी लेकिन फ्रंट रोल और बैक रोल पूरे दिन में किसी भी समय लगवाई जा सकते हैं जब भी जवान कोई गलती करेगा।
ड्रिल ट्रेनिंग
बेसिक ट्रेनिंग के दौरान जवानों को ड्रिल ट्रेनिंग भी दी जाएगी और इन 20 हफ्तों में जवानों को ड्रिल के लिए प्रॉपर तैयार कर दिया जाता है।
Weapon Training
फिजिकल और ड्रिल ट्रेनिंग के बाद कैंडिडेट को वैपन ट्रेनिंग दी जाएगी जिसमें जवानों को सभी तरह के हथियार, औजार चलाने सिखाये जाएंगे वैपन ट्रेनिंग का एक ही मोटा होता है एक गोली और एक दुश्मन और इसी मोटो के साथ जवानों को हथियार के रख रखाव, उन्हें बांधना, खोलना और उन्हें चलाने के तरीकों के बारे में सिखाया जाएगा और दुश्मनों का किस तरह से सामना करना है उन्हें कैसे मार गिराना है ये सब वैपन ट्रेनिंग में कैंडिडेट को जवानों को सिखाया जाएगा।
नेवीगेशन ट्रेनिंग (Navigation Traning)
इसी के साथ ही जवानों को नैविगेशन ट्रेनिंग भी दी जाएगी जिसके दौरान जवानों को नक्शा पढ़ने के बारे में और उसकी बारीकियों के बारे में सिखाया जाएगा तो इस तरह से इन 20 हफ्तों के अंदर जवानों को कड़ी ट्रेनिंग से गुजरना होगा और एक आम नागरिको आर्मी जवान के रूप में बदल दिया जाएगा।
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उसके बाद जवानों को 4 हफ्ते की टेक्निकल ट्रेन से गुजरना होगा जिसमें जवानों को उसकी ट्रेड के अनुसार ट्रेनिंग दी जाएगी जैसे अगर कैंडिडेट ने टेक्निकल ट्रेड ले रखा है तो उसे सेना में यूज़ होने वाले इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के बारे में सिखाया जाएगा और अगर कैंडिडेट ने ट्रेडसमैन ट्रेड ले रखा है तो उसे साफ़ सफाई के काम सिखाए जाएंगे इस तरह से अलग अलग ट्रेड के अनुसार कैंडिडेट को जवानों को अलग अलग काम सिखाए जाएंगे और उसी के हिसाब से कैंडिडेट्स को ट्रेनिंग दी जाएगी।
अग्निवीर जवानों की दिनचर्या क्या होती है?
अग्निवीर जवानों को डेली सुबह 4:30 बजे उठा दिया जाएगा जिसके बाद उन्हें फ्रेश होना होगा और उन्हें अपने बिस्तर को और बाकी सामानों को अच्छी तरह से सही ढंग से मेंटेन करके रखना होगा जिसके बारे में उन्हें ट्रेनिंग के दौरान सिखाया भी जाएगा जिसके बाद उनकी फिजिकल ट्रेनिंग होगी जोकि सुबह एक से डेढ़ घंटा तक चलेगी जिसके बाद लगभग 7:00 बजे नाश्ता करना होगा और फिर 8:00 बजे से फिर से ट्रेनिंग शुरू हो जाएगी और वह लगभग दोपहर के 1:00 बजे तक चलेगी जिसमें अलग अलग तरह की ऐक्टिविटीज़ करवाई जाएगी।
जिसके बाद दोपहर का खाना होगा और फिर लगभग 4:30 बजे सभी जवानों को गेम खिलवाया जाएगा जिसमें सभी जवान अपनी पसंद का गेम चुन सकते हैं जिसके बाद लगभग 8:00 बजे तक रात का खाना हो जाता है और 9:00 बजे तक सभी अपने अपने बिस्तर में चले जाएंगे और इस दौरान सभी कैंडिडेट्स को शेड्यूल के अनुसार एक एक करके नाइट ड्यूटी देनी पड़ेगी इसके साथ ही ट्रेनिंग के समय ही अलग अलग तरह की प्रतियोगिता भी वहाँ पर होती है और हफ्ते में एक दिन फ़िल्म भी दिखाई जाती है तो इस तरह से ट्रेनिंग के दौरान अग्निवीर जवानों का डेली का रूटीन रहेगा।
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आज आपने क्या सीखा?
तो आज हमने आपको Agniveer ki Training Kaise Hoti Hai से रिलेटेड पूरी जानकारी दी है अगर आपको इससे रिलेटेड किसी भी तरह की कोई समस्या है तो आप हमें कमेंट में पूछ सकते है हम कोशिश करेंगे कि आपके प्रश्नों का उत्तर जल्द से जल्द दें।