आप में से बहुत सारे स्टूडेंट्स के मन में सवाल आता है कि आखिर अग्निवीर बनने के बाद ऑफिसर कैसे बन सकते हैं तो अगर आप ये सोचते हैं तो आइये आज के इस आर्टिकल में हम आपको अग्निवीर से ऑफिसर बनने से रिलेटेड पूरी जानकारी देते हैं जैसे कि अग्निवीर से ऑफिसर कैसे बनते हैं इसके लिए प्रक्रिया क्या होती है तो अगर आप इसके बारे में पूरी इन्फॉर्मेशन लेना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़िए.
अग्निवीर से ऑफिसर कैसे बनते हैं?
अग्निवीर से ऑफिसर बनने की प्रक्रिया जानने से पहले आपको ये जानना जरूरी है कि आखिर सेना में नॉन ऑफिसर रैंक से ऑफिसर रैंक तक कैंडिडेट कैसे पहुँचते हैं क्योंकि अग्निवीर के थ्रू जिन पदों पर भर्ती हो रही है अग्निवीर ट्रेड्समैन, अग्निवीर जीडी, टेक्निकल, क्लर्क, स्टोर कीपर ये सभी नॉन ऑफिसर रैंक के अंतर्गत आते हैं.
नॉन ऑफिसर रैंक से ऑफिसर कैसे बनते हैं?
नॉन ऑफिसर रैंक से ऑफिसर रैंक तक पहुँचने के तीन तरीके हैं-
- ACC Entry
- SCO Entry
- PCSL Entry
ACC Entry
ACC एंट्री का पूरा नाम Army Cadet College होता है इसके लिए 12th पास वो जवान इसमें अप्लाई कर पाएंगे जिनकी उम्र 20 से 27 साल के बीच में हैं और जिन्होंने सेना में नॉन ऑफिसर पद पर कम से कम 2 साल कार्य किया होगा इसमें ACC के नाम से एग्जाम होता है जिसे पास करना जरूरी है इसे पास करने के लिए कैंडिडेट तीन बार इस परीक्षा को अटेम्प्ट कर सकता है सेना में इसके लिए साल में दो बार एग्जाम कंडक्ट कराया जाता है.
SCO Entry
SCO Entry का पूरा नाम Special Commissioner Officer है इसके लिए भी 12th पास जवान अप्लाई कर पाएंगे जिनकी उम्र 28 से 35 साल के बीच में हैं और उन्होंने सेना में कम से कम 5 साल की सर्विस दी हो इसके लिए भी SCO का एग्जाम देना होता है जिसे जवान तीन बार एटेम्पट कर सकते हैं इसके लिए साल में दो बार एग्जाम कंडक्ट करवाया जाता है.
PCSL Entry
PCSL एंट्री का पूरा नाम Permanent Commission Special List है इसके लिए भी 12th पास वो जवान अप्लाई कर पाएंगे जिनकी उम्र 40 से 45 साल के बीच में हैं और उनकी सेना में ही कम से कम 10 साल की सर्विस हो चुकी है इसके लिए भी PCSL का एग्जाम देना होगा जवान इसे भी तीन बार एटेम्पट कर सकते हैं.
तो इन तीनों के थ्रू सिलेक्टेड कैंडिडेट की पहले 8 हफ्ते AES सेंटर ऐंड कॉलेज पंचमढ़ी में ट्रेनिंग होगी जिसके बाद चार हफ्तों की IMA इन देहरादून में ट्रेनिंग देनी होगी उसके बाद ट्रेनिंग को पास कर लेते है उसे सेना के ऑफिसर के पद पर तैनात कर दिया जाता है.
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तो अग्निवीर के लिए भी बिल्कुल यही प्रोसेस रहने वाला है पहले 4 साल अग्निवीर को सेना में सेवा देनी होगी इन चार सालों में अग्निवीर का कोई प्रमोशन नहीं होगा लेकिन 4 साल के बाद 25% कैंडिडेट को सेना में परमानेंट किया जाएगा जबकि 75% कैंडिडेट का रिटायरमेंट कर दिया जाएगा तो जो ये 25% कैंडिडेट हैं इनकी सर्विस के 2 साल पूरी होने के बाद ये कैंडिडेट इन तीनों तरह से एग्जाम देकर ऑफिसर के पद पर पहुँच सकते हैं और जो कैंडिडेट इस टेस्ट को क्लियर नहीं कर पाएंगे या ट्रेनिंग को पूरा नहीं कर पाएंगे तो उन जवानों को फिर से उसी पद पर तैनात कर दिया जाएगा जिस पद पर वे पहले थे और सेना में पढ़ाई को भी पूरी तवज्जो दिया जाता है जवानों के लिए अलग से क्लास होती है उन्हें पढ़ाई लिखाई का समय दिया जाता है एग्जाम के लिए प्रॉपर तैयारी करवाई जाती है जिससे कि वे लिखित परीक्षा को आसानी से पास कर सके और सेना में उच्च पद तक पहुँच सके.
आज आपने क्या सीखा?
तो आज इस आर्टिकल में हमने आपको अग्निवीर से सेना में ऑफिसर बनने से रिलेटेड पूरी जानकारी दी है अगर आपको इससे रिलेटेड कोई जानकारी चाहिए तो आप हमें कमेंट कर सकते हैं.
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