किसी भी जिले में सबसे बड़ा पद कलेक्टर यानी की डीएम का होता है आप में से बहुत सारे स्टूडेंट्स का सपना होता है कि वे भी कलेक्टर के पद पर जॉब पाएँ इसीलिए आज इस आर्टिकल में हम आपको कलेक्टर बनने से रिलेटेड पूरी जानकारी देंगे जैसे कि कलेक्टर कैसे बनते हैं और इन्हें क्या काम करना होता है इसके लिए योग्यता क्या होनी चाहिए आयु सीमा कितनी होनी चाहिए इसके लिए भर्ती प्रक्रिया क्या होती है कौन कौन से विषयों से प्रश्न पूछे जाते हैं और इन्हें कितने सैलरी दी जाती है और इसके लिए आप कैसे अप्लाई करेंगे आदि, तो अगर आप भी इसके बारे में पूरी इन्फॉर्मेशन चाहते हैं तो इस आर्टिकल को पूरा पढि़ए.
कलेक्टर कौन होता है और इन्हें क्या काम करना पड़ता है?
कलेक्टर जिसे डीएम भी कहते हैं दरअसल ये दोनों पद अलग अलग हैं लेकिन दोनों पर एक ही व्यक्ति एक कार्यकर्ता है बस जब वह जिले में भूमि या राजस्व से संबंधित कार्य देखता है तो उन्हें कलेक्टर कहा जाता है जिले का सभी कार्यभार इन्हीं के कंधों पर होता है जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखना, उसके लिए जरूरी कदम उठाना, जरूरत पड़ने पर कर्फ्यू लगाना, धारा 144 लागू करना, इसके साथ ही जिले में विकास संबंधित कार्य करवाना, क्षेत्र में चल रही सभी योजनाओं पर नजर रखना उनकी निगरानी करना, जिले में कार्य करने वाले तहसीलदार, नायब तहसीलदार, पटवारी, कानूनगो आदि का एक तहसील से दूसरी तहसील में ट्रांसफर करना, उनके कार्यों की जांच करना, उन्हें अवकाश प्रदान करना, इसके साथ ही किसानों को लोन मुहैया करवाना, फिर उसके लिए वसूली करना, और भूमि संबंधित विवादों को सुलझाना उन पर फैसला सुनाना, जिले में सरकारी संपत्ति का रख रखाव, उनकी समय समय पर मरम्मत करवाना आदि कार्य भी कलेक्टर के अंतर्गत आते हैं इसके साथ ही क्षेत्र में किसी बड़े मंत्री के आगमन पर उनकी व्यवस्था देखना, जिले में किसी भी तरह की आपदा आने पर उसके लिए जरूरी कदम उठाना, लोगों को राहत मुहैया करवाना आदि ऐसे बहुत से कार्य होते हैं जो जिला कलेक्टर को करने होते है.
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कलेक्टर बनने के लिए क्वालिफिकेशन क्या रखी गई है?
कलेक्टर बनने के लिए कैंडिडेट का किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से किसी भी विषय में ग्रेजुएशन पास होना जरूरी होता है तो अगर कोई कैंडिडेट अभी 12th क्लास में है तो उससे पहले लगभग 50% नंबर से 12th पास करनी होगी फिर वह किसी भी सब्जेक्ट से ग्रेजुएशन कर सकता है और इसके लिए कैंडिडेट की आयु सीमा 21 से 32 साल के बीच में होनी चाहिए जिसमें ओबीसी वालो को 3 साल की छूट मिलती है जिसके अनुसार ओबीसी वालो की आयु सीमा 21 से 35 साल के बीच में होनी जरूरी है और एससी एसटी वालों को 5 साल की छूट दी जाती है जिसके अनुसार एससी एसटी वालों की आयु सीमा 21 से 37 साल के बीच में होनी चाहिए.
कलेक्टर बनने की प्रक्रिया क्या होती है?
कलेक्टर बनने के लिए यूपीएससी का सिविल सर्विस एग्जाम देना होता है इसकी भर्ती प्रक्रिया में सबसे पहले प्रारंभिक परीक्षा होती है फिर मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू लिया जाता है.
प्रारंभिक परीक्षा
इसमें दो पेपर कराए जाने है पहला पेपर जनरल स्टडीज़ का होता है जिसमें 200 नंबर के 100 प्रश्न आते हैं सभी ऑब्जेक्टिव टाइप प्रश्न होते हैं और यह 2 घंटे का पेपर होता है दूसरा पेपर सिविल सर्विस ऐप्टिट्यूड टेस्ट का होता है ये क्वालीफाइंग पेपर है इसके नंबर मेरिट लिस्ट में नहीं जुड़ते है इसमें 200 नंबर के 80 प्रश्न आते हैं इसमें भी सभी बहुविकल्पीय प्रश्न होते हैं और ये 2 घंटे का पेपर होता है.
जनरल स्टडीज़
इसमें राजनीति, भूगोल, आधुनिक इतिहास, मध्यकालीन इतिहास कला और संस्कृति, आजादी के बाद का इतिहास, विज्ञान पर्यावरण और पारिस्थितिकी, समायिकी, अर्थशास्त्र, सरकारी नीतियां और पहलू, संस्थान, अंतर्राष्ट्रीय संबंध, आदि से सम्बंधित प्रश्न आते हैं.
सिविल सर्विस ऐप्टिट्यूड टेस्ट
इसमें गणित (अंकगणित बीजगणित रेखागणित और सांख्यिकी), अंग्रेजी, हिंदी, सामान्य बौद्धिक योग्यता, लॉजिकल एंड एनालिटिकल एबिलिटी, डिसीज़न मेकिंग ऐंड प्रॉब्लम सॉल्विंग, कॉंप्रेहेन्सिव आदि से रिलेटेड प्रश्न आते हैं.
मुख्य परीक्षा
प्रारंभिक परीक्षा के बाद मुख्य परीक्षा होती है जिसमें 9 पेपर होते है और प्रत्येक पेपर का समय 3 घंटे का होता है इसमें लैंग्वेज के दो पेपर होते है essay, जनरल स्टडीज़1, जनरल स्टडीज़2, जनरल स्टडीज़3, जनरल स्टडीज़4, और दो ऑप्शनल पेपर 1 और पेपर 2 होते हैं.
लैंग्वेज
लैंग्वेज के दो पेपर में अंग्रेजी का पेपर देना कम्पलसरी होता है और दूसरा कोई भी लैंग्वेज आप ले सकते हैं और इसके दोनों पेपर 300-300 नंबर के पेपर होते हैं और दोनों के पेपर का समय 3-3 घंटे होता है.
Essay राइटिंग
ये पेपर 300 नंबर का होता है जिसमे 3 घंटे का समय दिया जाता है जिसमें कृषि उद्योग एवं व्यापार, साहित्य और संस्कृति, सामाजिक क्षेत्र, राजनीतिक क्षेत्र, प्राकृतिक आपदाएं, राष्ट्रीय विकास योजनाएं और परियोजनाएं, विज्ञान पर्यावरण और प्रौद्योगिकी, आर्थिक क्षेत्र, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय घटनाक्रम, आदि से संबंधित किसी भी टॉपिक पर Essay लिखना पड़ता है.
जनरल स्टडीज़1, जनरल स्टडीज़2 और जनरल स्टडीज़3
ये तीनों पेपर भी 250-250 नंबर के होते हैं और इसमें भी 3-3 घंटे का समय दिया जाता है इसमें भारतीय इतिहास (प्राचीन मध्यकालीन और आधुनिक), भारतीय कृषि, व्यापार और वाणिज्य, भारतीय राजनीति, भारतीय अर्थव्यवस्था, भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन और भारतीय संस्कृति, विश्व भूगोल, भारतीय भूगोल और प्राकृतिक संसाधन, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर घटित वर्तमान घटनाएँ, सामान्य विज्ञान, जीवन शैली, सामाजिक रीती रिवाज आदि से संबंधित प्रश्न आते हैं.
जनरल स्टडीज़ 4
इसमें एथिक से संबंधित प्रश्न आते हैं और ये पेपर भी 250 नंबर का होता है.
दो ऑप्शनल: पेपर 1 और पेपर 2
ये भी 250-250 नंबर के होते हैं और इसमें भी 3-3 घंटे का समय दिया जाता है इसमें टोटल 29 सब्जेक्ट होते हैं जिसमें कैंडिडेट को कोई एक सब्जेक्ट सेलेक्ट करना होता है और उसी से सम्बन्धित प्रश्न आते हैं.
इंटरव्यू
फिर मुख्य परीक्षा के बाद इंटरव्यू लिया जाता है जो कि 275 नंबर का होता है जिसमे आपके बारे में आपकी पढ़ाई के बारे में आदि किसी भी विषय में प्रश्न पूछा जा सकता है तो फिर इंटरव्यू क्लियर करने के बाद कैंडिडेट को लाल बहादुर शास्त्री नेशनल एकेडमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन में ट्रेनिंग के लिए भेज दिया जाता है और फिर ट्रेनिंग कंप्लीट करने के बाद कैंडिडेट को किसी भी जिले में पोस्टिंग कर दी जाती है.
कलेक्टर बनने के लिए अप्लाई कैसे करेंगे?
कलेक्टर बनने के लिए आपको https://upsconline.nic.in/ पर जाना होगा यहाँ पर आपको सभी लेटेस्ट वेकैंसीज़ और रिज़ल्ट आदि की सभी जानकारी मिल जाएगी जिन पर क्लिक करके आप उनके बारे में पढ़ सकते हैं और अप्लाई भी कर सकते हैं.
कलेक्टर को प्रतिमाह कितनी सैलरी दी जाती है?
कलेक्टर को प्रतिमाह 95,000 से 1,20,000 रूपये के लगभग सैलरी दी जाती है जो अलग अलग राज्यों में काम या ज्यादा भी हो सकता है इसके साथ ही इन्हें अलग से बहुत से भत्ते और सुविधाएं भी मिलती है जैसे की इन्हें रहने के लिए सरकारी आवास दिया जाता है जहाँ पर सब कुछ फ्री होता है जैसे बिजली का बिल, टेलीफोन का बिल, कुक, माली, नौकर आदि की सुविधाएं भी दी जाती है आने जाने के लिए सरकारी गाड़ी दी जाती है, ड्राइवर और सिक्योरिटी की फैसिलिटीज भी मिलती है.
आज आपने क्या सीखा?
तो आज इस आर्टिकल में हमने आपको कलेक्टर बनने से रिलेटेड पूरी जानकारी दी है अगर आपको इससे रिलेटेड कोई और जानकारी चाहिए या किसी अन्य टॉपिक के बारे में जानकारी चाहिए तो आप अपने कमेंट में बता सकते हैं.
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