सरकारी नौकरी लगने पर दस्तावेज जमा करते समय आपको पुलिस वेरिफिकेशन, चरित्र प्रमाण पत्र जमा करना होता है जिसे आपके पुलिस थाने के द्वारा वेरिफाइ किया जाता है जिसका मकसद यह पता करना होता है कि आपके ऊपर कोई आपराधिक केस तो नहीं चल रहा तो अगर आप सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं तो ये जानकारी आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि आपकी छोटी सी गलती आपके सरकारी नौकरी के सपने को चकनाचूर कर सकती है तो आज हम Sarkari Naukri me Police Verification kaise hota hai के बारे में बात करेंगे जानेगे कि आखिर ऐसे कौन-कौन से केस होते हैं जिनके दौरान आपकी सरकारी नौकरी में समस्याएं आ सकती है तो अगर आप भी इसके बारे में पूरी जानकारी चाहते हैं तो हमारे इस अर्टिकल को पूरा पढ़ें।
सरकारी नौकरी में पुलिस वेरिफिकेशन कैसे होता है?
किसी कैंडिडेट के खिलाफ़ सिर्फ एफआईआर होना या उसके खिलाफ़ चल रहे किसी केस के पेंडिंग में होने से सरकारी नौकरी पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता सरकारी नौकरी पर फर्क तभी पड़ता है जब कैंडिडेट किसी केस में दोषी पाया गया हो और उसे सजा मिली हो जिसमें वह 48 घंटे से ज्यादा समय के लिए जेल में रहा हो तो इस स्थिति में कैंडिडेट को सरकारी नौकरी से रिजेक्ट किया जा सकता है इसी के साथ ही अगर कैंडिडेट पर ऐसा कोई केस चल रहा है जिसमें 3 साल या उससे अधिक की सजा का प्रावधान है तो ऐसे ही कैंडिडेट को पुलिस और सेना से जुड़ी किसी भी नौकरी में नहीं लिया जाएगा और बहुत बार ऐसा होता है कि किसी कैंडिडेट को बिना किसी केस के इसलिए गिरफ्तार कर लेती है क्योंकि पुलिस को लगता है कि वह कैंडिडेट दंगा कर सकता है या पुलिस को किसी तरह का उस पर संदेह होता है तो उस स्थिति में क्योंकि कैंडिडेट पर कोई केस नहीं है तो उसे सरकारी नौकरी में कोई समस्या नहीं आएगी।
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लेकिन इस तरह की कार्यवाही सिर्फ किसी कैंडिडेट के खिलाफ़ एक बारी हो तो सही है लेकिन अगर एक से ज़्यादा बार उसे इस तरह पुलिस ने उठाया है और थाने में लेकर गयी है तो उस स्थिति में भी कैंडिडेट को सरकारी नौकरी में समस्या आ सकती है और ऐक्सिडेंट वाले मैटर में भी अगर कैंडिडेट की गाड़ी से किसी की मृत्यु हो जाती है या दूसरी पार्टी उस पर केस कर देती है तो इस स्थिति में भी पुलिस और सेना से जुड़ी नौकरी में कैंडिडेट को समस्याएं आ सकती है।
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लेकिन किसी भी सिविल जॉब में कैंडिडेट को लिया जा सकता है और अगर किसी कैंडिडेट पर कोई फेक केस चल रहा है किसी ने झूठे केस में उसे फंसाया है तो इस स्थिति में कंडीडेट को एक शपथ पत्र बनवाकर उसमें पूरे केस का ब्योरा लिखकर उस डिपार्टमेंट में जमा कर सकता है जहाँ पर उसकी नौकरी लगी है तो ये सभी जरूरी बातें आपको पता होनी चाहिए और अगर आप पुलिस आर्मी या किसी भी सरकारी नौकरी में जाना चाहते हैं तो लड़ाई दंगों से दूर रहें क्योंकि एक केस आपकी पूरी जिंदगी और आपके सपनों पर पानी फेर सकता है।
आज आपने क्या सीखा?
तो आज इस आर्टिकल में हमने आपको Sarkari Naukri me Police Verification kaise hota hai से रिलेटेड पूरी जानकारी दी है हैं अगर आपको इससे रिलेटेड किसी भी तरह की कोई समस्या है कोई सवाल है तो आप हमें कमेंट में बता सकते हैं।